लाल किले की प्राचीर से राष्टृ के नाम सन्देश (अगर मैं प्रधानमंत्री होता )
सर्वप्रथम आप सब का धन्यवाद जो आपने प्रचंड बहुमत के साथ अपना भरोसा दिया. आपने मुझे संसद ऐसी शक्ति देकर मुझे भेजा हैं, जिसके बल पर मैं अपने देश के सच्चे और सभी के विकास हेतु जो भी फैसले करने पड़ें , मैं कर सकता हूँ.
दोस्तों हमारा देश का लोकतंत्र चार मज़बूत पिल्लर पर खड़ा हैं.
विधायिका , न्यायपालिका , पत्रकारिता एवं कार्यकारिणी। मेरी जिम्मेदारी यह सुनिश्चित करना हैं की यह चारों जनता के हित मैं काम कर सकें. (Legislature, Executive, Judiciary, and Press )
पत्रकारिता - पिछले कुछ दिनों हमने देखा हैं की हमारे संचार माध्यमों का जिस तरह व्यवसायीकरण हुआ हैं, वह इसे निष्पक्ष रख पाने मैं असमर्थ बना रहा हैं . हमें ऐसा होने से रोकना होगा. ज़रूरी हैं की सारे संचार माधयम जनता का हित ध्यान मैं रख कर कार्य करें न की,कुछ उद्योग जगत का.
विधायिका - दोस्तों , हमारी चुआव प्रक्रिया का सुधार अत्यंत आवश्यक हो चला हैं. चुनावों को पैसे की ताकत के गलत उपयोग से बचाना हैं. ताकि जनता का विशवास हमारी संसद और विधानसभा मैं वापस लौट सके। हमें जनता का विश्वास जीत कर चुनाव जीतने होंगे, ना की पैसे के दुरूपयोग से उन्हें गलत तरीके प्रभावित करके.
न्यायपालिका - न्यायपालिका की स्वतंत्रता महत्वपूर्ण हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है की कुछ दिनों से राजनैतिक हस्तछेप के आरोपों से इसमे भ्रष्टाचार की बातें सामने आई हैं. जिन भी किसी कारणों से राजनैतिक हस्तछेप संभव हैं, मैं उन्हें समाप्त कर दूंगा
कार्यकारिणी (Executive ) - दोस्तों आज हमारे समाज के सबसे गरीब तबके को हम न्याय, शिक्षा, स्वस्थ्य सुनिशिचित कर सकें इसके लिए ज़रूरी हैं की,भ्रष्टाचार की सभी संभावनाओं को खत्म किया जा सके. यह कटु सत्य हैं की, आज भी बिना रिश्वत के पुलिस काम नहीं करती, सरकारी हॉस्पिटल के डॉक्टर फी मांगते हैं, यह ग़लत हैं। स्कूल्ज बहुत कम हैं,और जो हैं उनमे शिक्षक नहीं हैं. मैं वादा करता हूँ की आप सब के सहयोग से मैं इन समस्याओं को एक साल मैं ख़त्म कर दूंगा। इसके लिए स्वराज का विधान अपनाना होगा, आप सबको अपने क्षेत्र के लिए बजट मिलेगा, जिसका आपको सदुपयोग करना होग. भ्रष्टाचार की शिकायतों का तुरंत निवारण होगा, और दोषी पाये जाने पर सज़ा सुनिश्चित की जाएगी.
करने और बहुत से काम हैं, लेकिन जो बातें मैंने कहीं,उन्हें पूरा करके ही आपके सामने अगले वर्ष फिर उपस्थिति दर्ज़ करूँगा।
जय हिन्द !!!
सर्वप्रथम आप सब का धन्यवाद जो आपने प्रचंड बहुमत के साथ अपना भरोसा दिया. आपने मुझे संसद ऐसी शक्ति देकर मुझे भेजा हैं, जिसके बल पर मैं अपने देश के सच्चे और सभी के विकास हेतु जो भी फैसले करने पड़ें , मैं कर सकता हूँ.
दोस्तों हमारा देश का लोकतंत्र चार मज़बूत पिल्लर पर खड़ा हैं.
विधायिका , न्यायपालिका , पत्रकारिता एवं कार्यकारिणी। मेरी जिम्मेदारी यह सुनिश्चित करना हैं की यह चारों जनता के हित मैं काम कर सकें. (Legislature, Executive, Judiciary, and Press )
पत्रकारिता - पिछले कुछ दिनों हमने देखा हैं की हमारे संचार माध्यमों का जिस तरह व्यवसायीकरण हुआ हैं, वह इसे निष्पक्ष रख पाने मैं असमर्थ बना रहा हैं . हमें ऐसा होने से रोकना होगा. ज़रूरी हैं की सारे संचार माधयम जनता का हित ध्यान मैं रख कर कार्य करें न की,कुछ उद्योग जगत का.
विधायिका - दोस्तों , हमारी चुआव प्रक्रिया का सुधार अत्यंत आवश्यक हो चला हैं. चुनावों को पैसे की ताकत के गलत उपयोग से बचाना हैं. ताकि जनता का विशवास हमारी संसद और विधानसभा मैं वापस लौट सके। हमें जनता का विश्वास जीत कर चुनाव जीतने होंगे, ना की पैसे के दुरूपयोग से उन्हें गलत तरीके प्रभावित करके.
न्यायपालिका - न्यायपालिका की स्वतंत्रता महत्वपूर्ण हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है की कुछ दिनों से राजनैतिक हस्तछेप के आरोपों से इसमे भ्रष्टाचार की बातें सामने आई हैं. जिन भी किसी कारणों से राजनैतिक हस्तछेप संभव हैं, मैं उन्हें समाप्त कर दूंगा
कार्यकारिणी (Executive ) - दोस्तों आज हमारे समाज के सबसे गरीब तबके को हम न्याय, शिक्षा, स्वस्थ्य सुनिशिचित कर सकें इसके लिए ज़रूरी हैं की,भ्रष्टाचार की सभी संभावनाओं को खत्म किया जा सके. यह कटु सत्य हैं की, आज भी बिना रिश्वत के पुलिस काम नहीं करती, सरकारी हॉस्पिटल के डॉक्टर फी मांगते हैं, यह ग़लत हैं। स्कूल्ज बहुत कम हैं,और जो हैं उनमे शिक्षक नहीं हैं. मैं वादा करता हूँ की आप सब के सहयोग से मैं इन समस्याओं को एक साल मैं ख़त्म कर दूंगा। इसके लिए स्वराज का विधान अपनाना होगा, आप सबको अपने क्षेत्र के लिए बजट मिलेगा, जिसका आपको सदुपयोग करना होग. भ्रष्टाचार की शिकायतों का तुरंत निवारण होगा, और दोषी पाये जाने पर सज़ा सुनिश्चित की जाएगी.
करने और बहुत से काम हैं, लेकिन जो बातें मैंने कहीं,उन्हें पूरा करके ही आपके सामने अगले वर्ष फिर उपस्थिति दर्ज़ करूँगा।
जय हिन्द !!!
No comments:
Post a Comment